Saturday, May 30, 2015

ज्योतिषीय दृष्टि में 30 मई से 16 जून 2015 तक का प्रभाव

कई हिन्दू पंचांगों के अनुसार तथा इस वर्ष में कई ग्रहों की स्थिति एवम् उनकी दृष्टि योग के कारण इस अवधि में कुछ विशेष फल मिलने की संभावनाएं बनती हैं। इस अवधि में पूर्वी-प्रान्तों में कुछ जातीय उपद्रव या अशांति हो सकती है। किसी अंतर्राष्ट्रीय महत्व के विषय पर किसी गुप्त समझौते के कारण विपक्षियों के द्वारा कोई आंदोलन की संभावना भी बन सकती है। पश्चिमी प्रांतों या पश्चिमी देशों में कोई आतंकी घटनाएं भी हो सकती है क्योंकि इस वर्ष का राजा स्वम् शनि हैं जो कि पश्चिम दिशा के स्वामी है तथा मंगल मंत्री भी हैं। सीमा पर तनाव बढ़ सकता है। यूरोप के कई देशों में जनाक्रोश या राजनैतिक संघर्ष भी होने की संभावना बन सकती है। तेज आंधी-तूफान या किसी अन्य प्राकृतिक प्रकोप से कई स्थानों से लोग पलायन करने पर विवश हो सकते हैं। दक्षिणी भाग या उत्तरी भागों में वर्षा के कारण जन-जीवन विशेष प्रभावित होने की भी संभावनाएं बन सकती है।31मई , 2, 6, 9, 13 और 16 जून अनिष्टकारी प्रभाव दे सकते हैं।
।। इति- शुभम ।।
।। पंडित मनोज मणि तिवारी, बेतिया (बिहार)